कोरोना से बचने के सामने आए विचित्र उपाय

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राजीव रंजन नाग

कोरोना का संकट सामने है। और इस संकट से बचने के विचित्र उपाय भी सामने आएं। यानी हर कोई इस कालखंड में कोरोना विशेषज्ञ के तौर पर सामने आता रहा। कोरोना से भयग्रस्त लोग सबकी सुनते रहे। सबकी करते रहे। और अंततः जब उन्हें कोई उपाय नहीं सूझा तो झक मारकर उसे छोड़ते भी रहे। शुरूआती दौर में लोगों को सलाह दी गई कि हल्दी का अधिक से अधिक सेवन करें। फिर लहसून को गुणकारी बताया गया। लहसून कैसे फायदेमंद हैं, इसकी पूरी जानकारी दी गई। लहसून पर ख़ूब ज्ञान बांटा गया। यह ज्ञान देश के बड़े घरानों के मीडिया ने भी बांटे और यूट्यूव पर छोटे से लेकर बड़े सभी ने अपना मार्गदर्शन जनता को दिया। यानी सभी ने मिलकर हल्दी से लेकर लहसून तक पर लोगों के ज्ञान में परिमार्जन करने का कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ा।

और देखते ही देखते कोरोना को भगाने और शरीर के अंदर इम्युनिटी सिस्टम को मज़बूत करने का लहसून एक मज़बूत आधार बन गया। जब लहसून पर मान्यता बंधी और विश्वास जगा तो उसके खाने के तौर-तरीक़ों पर भी जमकर चर्चा होने लगी। एक जावा खाना है। काटकर खाना। सीधे निगल जाना है। दही के साथ खाना है। कच्चा खाना है। हल्का सेंक कर खाना है। कितने टुकड़ों में खाना है। कितनी देर तक काटकर उसे छोड़ना है। और कितनी देर के बाद कितने टुकड़ों को किस रूप में खाना है। इस तरह का ज्ञान लोगों को मिलता रहा। लोग इस ज्ञान के आदी हुए तो एक नया मामला सामने आया।

 

नया मामला यह सामने आया कि नींबू भी कोरोना को भगाने में लाभदायक है। नींबू पर भी ज़ोरदार चर्चा हुई कि इसे कैसे खाना है। कितने टुकड़ों में खाना है। और इसे गरम पानी में डालकर पीने से किस तरह मनुष्य कोरोना से बचता है और उसमें कैसे इससे इम्युनिटी सिस्टम मज़बूत होती है। बहरहाल यह बताया जाने लगा कि कोरोना से बचने के लिए एक ग्लास गरम पानी लें। उसमें चार टुकड़ा नींबू छिलका सहित कांटें और एक टुकड़ा उस गरम पानी में डाल दें। और चाय की तरह पीएं। हां, इस बीच लांग की भी चर्चा सामने आई। और कोरोना जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए एक नई सलाह आई कि गरम पानी में नींबू के एक टुकड़ा के साथ दो लौंग डालने से कोरोना जैसी घातक बीमारी का सफाया हो जाता है। और कोरोना गरम पानी, नींबू एवं लौंग के मिश्रण से बने उस काढ़े को पीने से मर जाता है। यानी आप अगर ऐसा रोज़ाना दो टाइम भी करते हैं तो कोरोना से आप बचे रह सकते हैं।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)