दूसरा मत 2002 से निरंतर निकलने वाली राष्ट्रीय पाक्षिक पत्रिका है। इसका उद्देश्य विशुद्ध राष्ट्रवाद, देशप्रेम और सच्चाई है। यह पत्रिका न डरती है न डराती है सिर्फ़ और सिर्फ़ देशप्रेम की भावना जगाती है।
समाज और देश को जो सियासत विचलित करने की दिशा में क़दम बढ़ाती है, दूसरा मत उस बढ़ते क़दम को सावधान करती हुई देश हित में अपना विरोध दर्ज करती है। पत्रकारिता का भी मूल यही काम है, जिस उद्देश्य की पूर्ति तब से अबतक दूसरा मत पत्रिका करती आ रही है। दूसरा मत पत्रिका न तो किसी का विरोध करती है और न ही स्तुतिगान। जो देश हित और समाज हित में है उसका स्वागत और जो समाज को तोड़ने और राष्ट्र को कमज़ोर करने के लिए है, उसके विरोध में हिम्मत के साथ खड़ा होना इसका मूल उद्देश्य है। इस पत्रिका ने अभी तक 19 वर्षों में अपने उद्देश्य से एक इंच भी समझौता नहीं किया है और आगे भी इसी क़दम से बढ़ने के लिए संकल्पित है।
ये मूल रूप से पाठकों की पत्रिका है और पाठकों के लिए पत्रिका है, इसमें जो कुछ भी समय-समय पर बदलाव दिखता है वह पाठकों की मांग के अनुरूप ही होता है। इसके संपादक कई टी वी चैनलों और पत्र-पत्रिकाओं में अपनी सेवा देने वाले ए आर आज़ाद हैं तो प्रभात ख़बर के संस्थापक संपादक और दर्जनों प्रमुख हिंदी पत्रों और टीवी चैनलों के प्रमुख पदों को सुशोभित करने वाले एस एन विनोद इसके प्रधान संपादक हैं।