विवेक ठाकुर के बयान से बढ़ा बेगूसराय का सियासी तापमान

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भाजपा से राज सभा सदस्य विवेक ठाकुर ने बेगूसराय जिला से संदर्भित दो बयान देकर जिला के राजनीतिक तापक्रम को गर्म कर दिया है। विवेक ठाकुर पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर के बेटे हैं। राजसभा सदस्य विवेक ने केंद्र्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर सिमरिया गंगा नदी पर बनने वाले पुल का नाम बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह के नाम पर श्री कृष्ण सेतु रखे जाने का अनुरोध किया है। पत्र में ठाकुर ने लिखा है कि आजादी के बाद आधुनिक बिहार के निर्माता डॉ. श्रीकृष्ण सिंह थे। उस महापुरुष के नाम पर सेतु का नामांकरण किया जाना गौरव की बात होगी। वही राजसभा सांसद विवेक ठाकुर ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र भेजकर बेगूसराय जिले में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के नाम पर एक नया विश्वविद्यालय खोलने की मांग की है। ठाकुर ने इस पत्र में लिखा है कि राष्ट्रकवि दिनकर आज़ादी के पूर्व राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत कविताओं से स्वाधीनता आंदोलन को काफी बल देते रहें और आज़ादी के बाद भी दर्जनों पुस्तकों के ज़रिए राष्ट्रीय क्षितिज पर राष्ट्रकवि  के रूप में अपनी पहचान बनाई। इसलिए उनकी धरती पर उनके नाम विश्वविद्यालय का खोला जाना एक सराहनीय क़दम होगा। विवेक ठाकुर के इन दोनों बयानों से जिला के राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाज़ार गर्म है।

़गौरतलब है कि बेगूसराय में एक लोकसभा और एक राज्य सभा के मनोनीत सांसद हैं। लोकसभा के सांसद अभी केंद्रीय मंत्री हैं जबकि राज्य सभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा राष्ट्रपति द्वारा नामित सांसद हैं। लोकसभा सांसद गिरिराज सिंह लखीसराय जि़ले के बड़हिया के हैं तो प्रो. राकेश सिन्हा बेगूसराय से हैं।

दोनों सांसद के रहते हुए जिला के दो महत्वपूर्ण सवालों पर राज्यसमा सांसद विवेक ठाकुर ने इस मामले को उठाकर सीधा चौका और छक्का मार दिया है।

राजनीतिक विश्लेषक की नज़र में ठाकुर के दोनों बयानों में गहरे  निहितार्थ छिपे हैं। इसका दूरगामी असर दिख सकता है।

अरसे से चली आ रही इस मांग को सांसद विवेक ठाकुर ने नए सिरे से उठाकर बेगूसराय की सियासत को गरमा दिया है। नतीजे में सत्ताधारी दलों के और कुछ विपक्षी दलों के राजनेताओं की नींद उड़ी-उड़ी सी नज़र आ रही है।