एस आर आज़मी
बरौनी रिफ़ाइनरी के साथ-साथ बेगूसराय की जनता ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया। बेगूसराय राजमार्ग-31 पर स्थित सुभाष पार्क में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नम आंखों से भाव-भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उनके योगदान को याद किया गया। इस मौक़े डीएम, अरविंद कुमार वर्मा, एसपी, अवकाश कुमार, कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख, सुश्री शुक्ला मिस्त्री, एसडीएम, संजीव कुमार चौधरी, महाप्रबंधक (मानव संसाधन), टी के बीसई एवं जिला प्रशासन बेगूसराय के वरिष्ठ पदाधिकारीगण और बेगूसराय के गणमान्य नागरिकों ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
बरौनी रिफ़ाइनरी की ओर से नवीन कुमार, मुख्य प्रबन्धक (सिविल अनुरक्षण), श्रीमती अंकिता श्रीवास्तव, प्रबंधक (कॉर्पोरेट संचार), लाल बाबू, प्रबंधक (सिविल अनुरक्षण) एवं शरद कुमार, वरिष्ठ हिन्दी अधिकारी मौजूद थे।
मालूम हो कि सुभाष चन्द्र बोस को नेताजी के नाम से भी जाना जाता है। नेताजी भारत की आजादी के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक हैं। सुभाष चन्द्र बोस ने स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी भूमिका निभाई थी। 200 वर्षों के ब्रिटिश शासन से देश को स्वतंत्रता दिलाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। उनके द्वारा दिया गया “जय हिन्द” का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है । महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू सहित उऩके योगदान को भारतवासी सम्मान के साथ देखते हैं।
गौरतलब है कि नेताजी के अदम्य भावना और राष्ट्र के लिए उनके निःस्वार्थ सेवा के सम्मान में और उनको याद रखने के लिए, भारत सरकार ने उनकी 125वीं जयंती 23 जनवरी, 2021 से आरंभ करने का निर्णय लिया है और इस वर्ष से उनके जन्मदिन को “पराक्रम दिवस” के रूप में मनाने का फैसला किया है, जिससे युवाओं को नेताजी के जीवन से प्रेरणा मिले और उनमें देशभक्ति और साहस की भावना समाहित हो सके।