एल ए ग्लोबल फाउंडेशन का गुरुग्राम में शानदार आयोजन
पिछले दिनों दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम के होटल रमाडा में महिलाओं की चेतना को केंद्रित करते हुए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को मूर्त रुप व स्वरूप प्रदान किया- एल ए ग्लोबल फाउंडेशन ने। इस कार्यक्रम में महिलाओं की उन दशा पर फोकस भी किया गया, जिसमें महिलाएं घर व परिवार पर ध्यान केंद्रित करते-करते अपने ऊपर ध्यान देने से बंचित रह जाती हैं। और इसी कारण बहुत सारी महिलाएं छोटी-छोटी बीमारियों की गिरफ़्त में आते-आते कई बड़ी बीमारियों की जकड़ में भी आ जाती हैं।
दरअसल इस कार्यक्रम का फोकस भी इसी बात पर था कि देश की महिलाओं को परिवार की सुध लेते समय परिवार को खुद का भी हिस्सा मानते हुए अपनी भी खोज-खबर लेनी चाहिए। और अपने ऊपर भी आत्मकेंद्रित होकर जीवन को सफल बनाना चाहिए। क्योंकि अगर महिलाएं खुद अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देंगी, तो फिर उन्हें कौन देखेगा? इसलिए परिवार को स्वास्थपूर्ण बनाए रखने के लिए महिलाओं को भी सर्वप्रथम अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा। ताकि उन्हें महिलाओं से संबंधित जटिल बीमारियां अपना शिकार न बना लें। और नतीजे में कभी ब्रेस्ट कैंसर और कभी कोई अन्य जटिल बीमारियां महिलाओं को घेर न ले। और फिर इलाज के एक जटिल पेचीदगी से गुज़रने की नौबन न कहीं आन पड़े।
अपने इसी उद्देश्य को फोकस करते हुए फाउंडेशन की संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी सहनी ने अपने उद्देश्यों से मौजूद लोगों को रूबरू कराते हुए कहा कि वे महिलाओं से जुड़े कार्यक्रमों को हमेशा तरजीह देती आ रही हैं। उन्होंने इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस तरह के आयोजन की रुपरेखा तय की है। और यह आयोजन भी उसी रुपरेखा की एक कड़ी है। इसलिए इस तरह के आयोजन होने चाहिए क्योंकि आज की महिलाएं अपने शरीर को लेकर अपना ध्यान नहीं के बराबर केंद्रित कर पाती हैं। उनका एक मकसद होता है किसी तरह परिवार के लिए बेहतर से बेहतर किया जा सके। वे परिवार को संभालते और संवारते-संवारते अपनी सेहत को संवारना और उसे संभालना भूल जाती हैं। नतीजे में कई तरह की बीमारिया उनके शरीर में प्रवेश कर, उनके लिए मुसीबत का सबब बनकर सामने आ ही जाती हैं। तब उन्हें पता चलता है कि उन्होंने तो कभी अपने ऊपर ध्यान ही नहीं दिया।
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि म्यांमार के राजदूत केयू अंग, गेस्ट ऑफ ऑनर श्रीमती सुदेश चड्ढा, डॉ. उदित राज, डॉ. सीमा राज एवं गीतिका चड्ढा आदि मोजूद थे।
इस कार्यक्रम में कई महिलाओं ने अपनी प्रतिभा की धमक दिखाई। और कार्यक्रम के दौरान अपने नाम किसी ने सुश्री फिट अवार्ड हासिल किया, तो किंही को श्रीमती फिट अवार्ड से नवाजा गया। कुछ न सुश्री प्लस अवार्ड जीते तो कुछ को श्रीमती सुडौल अवार्ड के जीत का सेहरा पहनाया गया।
एक अमेरिकन कंपनी एयर बीएनबी में कार्यरत और दिल्ली के सर्वप्रिय विहार की रहने वाली दिव्या दत्त इस कार्यक्रम की ़खास चेहरा बनी रहीं। उन्होंने अपने मॉडलिंग अभिनय के ज़रिए उपस्थित लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। उनका अंदाज़ ए बयां और उनकी मॉडलिंग की दस्तक मौजूद लोगों और आयोजक के केंद्रबिंदु में रहा। यही वजह रही कि उन्हें इस मौके पर सुश्री प्लस अवार्ड से नवाज़ा गया।
अवार्ड हासिल करने के बाद दिव्या दत्ता ने अपने उद्देश्यों को ज़ाहिर करते हुए कहा कि उन्हें मॉडलिंग काफी पसंद हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें ट्रेवलिंग भी काफी पसंद है। दूर-दराज की यात्रा का रोमांच उनमें आनंद भर देता है। दिव्या दत्त ने कहा कि उन्हें गाने का भी शौक है। और वे अपने इस शौक का भरपूर आनंद भी लेने की कोशिश करती हैं। उन्होंने कहा कि सुश्री प्लस अवार्ड लेकर मैं गौरवान्वित हूं। क्योंकि आदमी चाहे जिस स्थिति में हो, उसी में चाहे तो वह बेहतर कर सकता है। अगर आपमें जज्बा है, तो फिर सारे द्वार और दरवाजे आपके लिए खुले हैं।
इस आयोजन के दौरान उन लोगों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंनें अपना विकास एवं अपनी समृद्धि करके महिलाओं के लिए प्रेरक और उत्साहबर्धक बनीं। ऐसे लोगों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, वैश्विक सदभावना राजदूत पुरस्कार, वैश्विक सशक्तिकरण राजदूत पुरस्कार एवं वैश्विक फिटनेस पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
आयोजन में एल ए ग्लोबल फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष सुरेश चड्ढा, सुश्री गीता चड्ढा, डॉ. चेतना अग्रवाल, श्रीमती शिखा चक्रवर्ती, टीवी कलाकार एवं मॉडल श्रीमती बीना मालजी एवं डॉ. शैली पराशर आदि ने भी अपना अहम योगदान दिया।
दूसरा मत ब्यूरो
सुश्री प्लस अवार्ड से सम्मानित दिव्या दत्ता
फाउंडेशन कार्यक्रम में अपने मॉडलिंग प्रदर्शन के दौरान